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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी के रोड शो के बाद गुजरात में डर के आगे बीजेपी की जीत पक्की मान लें
बीजेपी (BJP) की गाड़ी जब भी फंसती है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो (Modi Road Show) का कार्यक्रम बना दिया जाता है - पहले की तरह गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) में भी ऐसा ही हुआ है, तो क्या मान कर चला जाये कि सत्ता वापसी निश्चित है?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी के लिए बनारस और गुजरात में क्या कोई फर्क नहीं, जो तुरंत मोर्चा संभालना लिया?
यूपी चुनाव (UP Election 2022) में बीजेपी जीती नहीं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुजरात की तैयारियों में जुट गये हैं. 2024 में बीजेपी को चैलेंज करने को सर्वाधिकार सुरक्षित रखे हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अभी अपनी ही दुनिया में मस्त हैं - मोदी के खिलाफ ऐसे जंग जीतना तो नामुमकिन ही है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
बीजेपी ने तो बंगाल से भी ज्यादा मेहनत मोदी से बनारस में करा दी!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को यूपी चुनाव में घूम घूम कर बीजेपी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगना पड़ा है - ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बनारस (Varanasi) आने से भी जब कोई फर्क नहीं महसूस हुआ, फिर शहर में ही लड़ाई बंगाल से भी मुश्किल क्यों लगने लगी?.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
पश्चिम बंगाल दौरे में मोदी-शाह को नये नये अनुभव क्यों हो रहे हैं?
चुनावी रैलियों में मोदी-शाह (Modi and Shah) बता रहे हैं कि बंगाल (West Bengal Election 2021) में उनको नये नये अनुभव हो रहे हैं जो पहले कभी नहीं हुए - क्या ये महज लोगों से कनेक्ट होने की तरकीब है या फिर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के खिलाफ कोई खास रणनीति?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
बनारस में मोदी विरोध की आखिरी रस्म निभाते प्रियंका, माया और अखिलेश
मायावती, अखिलेश यादव और अजीत सिंह वाराणसी में रैली करने जा रहे हैं - और उससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शहर में रोड शो कर रही हैं - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष लड़ाई की आखिरी रस्म निभा रहा है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
बंगाल की बेकाबू चुनावी हिंसा का जिम्मेदार असल में निर्वाचन आयोग है
पश्चिम बंगाल में जम्मू-कश्मीर जैसे हालात तो कतई नहीं हैं. चुनावी हिंसा में दोनों की आगे नजर आते हैं. पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव और जम्मू-कश्मीर के निकाय चुनाव में भी हिंसा हुई थी - क्या चुनाव आयोग को ये सब नहीं मालूम?
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
तो क्या प्रियंका यूपी के अखबारों को विज्ञापन दिलाती रहेंगी?
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रियंका का सक्रिय राजनीति में आना कांग्रेस सको बल देगा. ऐसे में योगी सरकार का प्रियंका की कवरेज दबाने के लिए फ्रंट पेज विज्ञापन देना कहीं न कहें बताता है कि प्रियंका ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
एकता कपूर के फिक्शन जैसा था लखनऊ में प्रियंका का रोड शो
प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद माना यही जा रहा है कि वो यूपी में मृत्यु शैय्या पर पड़ी कांग्रेस को संजीवनी देंगी. ऐसे में देखना दिलचस्प रहेगा कि यूपी में प्रियंका कांग्रेस सको कहां तक ले जाती हैं.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
अमित अरोड़ा
@amit.arora.986
बागपत में भाषण, एक्सप्रेस वे पर रोड-शो, निशाने पर कैराना
चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार कैराना में 26 मई, शनिवार शाम 5 बजे के बाद किसी प्रकार के राजनीतिक प्रचार पर निषेध है. प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि प्रौद्योगिकी के इस युग में चुनाव आयोग के ऐसे नियम अर्थहीन हो चुके हैं.